आचार्य चाणक्य की मानें तो जीवन में भूत और भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि मित्रता में स्वार्थ अवश्य छिपा रहता है।
भोजन और पैसे के बारे में सोचकर कभी भी असंतोष नही करना चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार शादी के बाद इंसान को दूसरी महिलाओं की तरफ आकर्षित नहीं होना चाहिए,
चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोगों से कभी मित्रता नहीं करनी चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार दूसरों की गलतियों से सीख लेनी चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार पुत्र वही है जो पिता का कहना माने,
चाणक्य नीति में कहा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति कामयाब होने के लिए जिंदगी में मेहनत करता है